Friday 22 June 2018

सरकार के स्वच्छ भारत सपने में लगा पलीता

ब्यूरो न्यूज़ 30 मई 2018 संवाददाता ज्ञानेंद्र पांडे जनपद के खुले में शौच मुक्त करने की कवायद सरकारी कागजों पर तेज आंधियों की तरह दौड़ रही है लेकिन धरातल पर इज्जत घरों के निर्माण में बड़ी धांधली होने के मामले बराबर सामने आ रहे हैं उदाहरण जब ओडीएफ गांव ब्लाक हरगांव के न्याय पंचायत जलालीपुर की ग्राम सभा राही मौजूदा प्रधान रेशमा देवी पत्नी श्री कृष्ण से जब बात की गई तो बताया कुछ समय पूर्व पति श्री कृष्ण की मृत्यु हो चुकी है तो काम कौन करवाएं किस ने ले रखी ग्रामसभा की जिम्मेदारी काम करवाने की यह भी एक गंभीर मामला है क्योंकि ग्राम सभा ओडीएफ में लगी है जांच यह अति आवश्यक जांच का विषय है
कैसे साकार हो स्वच्छ भारत अभियान के तहत माननीय प्रधानमंत्री जी का सपना जब ओडीएफ  मे लगे ग्राम सभा की यह स्थिति  जिला सीतापुर विकासखंड हरगांव न्याय पंचायत जलालीपुर की ग्राम सभा राही मौजूदा प्रधान रेशमा देवी पत्नी श्री केशन जबकि ओडीएफ में लगी ग्राम सभा मे आज तक बने लगभग 40 शौचालय जो कुल शौचालय पीला ईटा से बनाए गए जिसका उदाहरण ज्यादातर शौचालय मैं  किया गया बालू का इस्तेमाल पीला ईटा नहीं खुद पूरे गड्ढे ज्यादातर शौचालय अधूरे पड़े ओडीएफ मे लगे गांव की आबादी लगभग 1500  फिर भी शौचालय की यथा स्थिति सही नहीं पाई गई लोग सोच को बाहर जाने के लिए मजबूर क्योंकि पेवर बालू व पीला  ईटा इस्तेमाल किया गया जिसका उदाहरण पूर्व माध्यमिक विद्यालय राही मैं बन रही शौचालय मे लगाया जा रहा पिला ईट लाभार्थी सरवन पुत्र गया प्रसाद रमेश शुक्ला पुत्र विशुन दयाल दीपू पुत्र गया प्रसाद प्रमोद पुत्र सूर्य प्रसाद रामकुमार पुत्र सूर्य प्रसाद इनके शौचालय के टैंक भी नहीं बनाए गए पुतान पुत्र रामस्वरूप निवासी ग्राम राही कोई भी शौचालय मानक में नहीं बनाया गया खूब हुई धन की उगाही क्या माननीय प्रधानमंत्री जी युवा मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के सपनों की धनराशि को जिले के अधिकारी व कर्मचारी हालात तो यहां तक बिगड़ गए हैं अधिकारी सफाई कर्मचारियों से सफाई का काम नहीं लेकर नगद वसूलीरहे हैं स्वच्छ भारत अभियान केवल दिखावा साबित हो रहा है और स्वच्छ भारत अभियान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं देखा जाए तो स्वच्छ भारत अभियान शुरू हुए 4 साल हो गए लेकिन स्थिति आज भी वही है शौचालय बने लेकिन उसमें लकड़ियां भरी हैं क्योंकि वह लकड़ी भरने वाले ही हैं क्या यह जांच का विषय नहीं है जबकि ओडीएफ में लगा है गांव नालियों मेगंदगी का अंबार नहीं आता स्वच्छ भारत मिशन को  लगा रहे पलीता सफाई कर्मी  गांव के लोगों ने सफाई कर्मी विमलेश कुमार से कहा क्यों नहीं आते हो तो उसने कहां मैं तुम्हारे गांव में नहीं आऊंगा  जब घर बैठे पैसा मिलता है तो आने से क्या फायदा इससे जाहिर होता है प्रधान की मिलीभगत से सफाई कर्मी का निकलता वेतन क्या यह जबकि गांव में नालियों की गंदगी से लोग परेशान हैं गंदगी से परिस्थिति का सामना करना पड़ रहा है क्या यह जांच का विषय नहीं है �� ब्यूरो

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