Friday 29 June 2018

प्राधान कैसे लूटते है सरकारी खजाना जाने पूरी खबर

ब्यूरो संवाददाता सीतापुर ज्ञानेंद्र पांडे 27 मई 2018 प्रधान सरकार को कैसे लगाते पलीता कैसे लूटा जाता योगी सरकार में खजाना रिपोर्टर ज्ञानेंद्र जिला सीतापुर के ब्लाक बेहटा के ग्राम सभा तेजवापुर का मामला हाल ही में बनी इंटरलॉकिंग जिसके ठेकेदार खुद प्रधान के पिता बनवारी लाल निवासी ग्राम तेजवापुर जबकि तेजवापुर के मजरा  खनिया पुर अहिरन पुरवा का पुरवा टॉपर पुरवा इत्यादि गांव में कोई भी धरातल पर कार्य नहीं है ना ही स्वच्छ भारत अभियान के तहत बनाए गए शौचालय कागजों पर भले ही बने हो ना किया गया कोई कार्य छुटपुट कार्य दिखाए गए लेकिन हद पार हो गई ग्राम सभा तेजवापुर देखकर जहां पर डेढ़ माह पूर्व अप्रैल 2018 में बनाई गई इंटरलॉकिंग और साइड में नाली जिसकी ठेकेदार मौजूदा प्रधान के पिता बनवारीलाल थे जिसमें मैं लेबर एजेंट रूप नारायण के द्वारा लेबरों से कार्य करवाया गया डमरू वाला   लगवाया गया सफेद वाला डमरु वह पहले से छिटका व टूटा था लेकिन सस्ते दामों पर मिला ही था क्या देखकर प्रधान ने मिट्टी के ऊपर ही लगवा दी इंटरलॉकिंग जो 2 महीने के अंदर ही नालियां टूट गई इंटरलॉकिंग ईटा उखड़ गए इस विषय पर प्रधान से बात करना चाहा तो बाहर थे ग्राम विकास अधिकारी ज्ञानेंद्र जी से बात किया की एक माह के अंदर नालियां कैसे ध्वस्त हुई इंटरलॉकिंग कैसे टूटी  किस मानक में बनाई गई  तो ग्राम विकास अधिकारी ने बताया कि हम इसे दोबारा प्रधान से बात करके दोबारा कर व दिया जाएगा ग्राम विकास अधिकारी से दुबारा जानकारी ली  तो बताया सही करवा देंगे  यह भी  एक  गंभीर जांच का विषय है क्यों पहले से खराब मानक में कराया गया कार्य क्यों प्रधान जी के पिता को दिया गया टेंडर का कार्य प्रधान अखिलेश कुमार के पिता जी अगर ठेकेदार है तो कैसे करवा सकते है काम किस किताब का रूल है या नियम है की बेटा प्रधान है बाप ठेकेदार बनकर कार्य करवाए अपनी ही ग्राम सभा में यह भी एक घोर अपराध है और जांच का विषय है अगर प्रधान के पिता ने काम करवा भी दिया तो मानक में होना चाहिए था जो सराहनीय होता  क्योंकि  वह प्रधान अखिलेश कुमार जी के पिताजी थे फिर भी सराहनीय कार्य की बात दूर रही  अप्रैल 2018 में लगी इंटरलॉकिंग कैसे उखड़ गई  कैसे टूट गई दोनों तरफ की नालियां कहां गई लाखों रुपए सरकार का कहां गया यह भी एक जांच का विषय है खूब उड़ाई गई मानक की धज्जियां यह भी एक जांच करने का विषय है कि जब प्रधान के पिता ने ही अपने हाथों से बनवाई इंटरलॉकिंग गुरु सहाय पुत्र रामसेवक के मकान से सुरेंद्र पुत्र कन्हैयालाल के मकान तक लगी इंटरलॉकिंग लाखों रुपए का किया गया घोटाला यह भी एक जांच का विषय बीच का हिस्सा उठा हुआ इंटरलॉकिंग साइड की टूट गई इंटरलॉकिंग डमरु वाली ईट किस फर्म से मंगाई गई ईटा जो घटिया थी और टूटी थी  साइड में नीचे जमीन में धंस गई क्योंकि मिट्टी के प्रकार पर लगाई गई इंटरलॉकिंग  जो सरासर गलत है मानक की धज्जियां उड़ाते हुए पेवर बालू से बनाई गई नाली जो नाली दोनों तरफ की टूट गई किस मानक में करवाया गया कार्य  यह भी एक जांच का विषय है घोर अपराध का विषय है इंटरलॉकिंग का काम जो 2 महीने में बिना बरसात के ही पहले  ध्वस्त हो गई इंटरलॉकिंग यह भी एक घोर अपराध है पुनः जांच के आदेश होने चाहिए दूसरा कार्य खड़ंजा गया प्रसाद रामसागर के मकान से हेम कुमार के मकान तक फिर रूपनारायण के मकान से काशी के मकान तक खरंजा में कोई नाली नहीं बनाई गई नया और पुराना दोनों मिलाकर कराया गया खड़ंजे का कार्य क्यों नहीं बनाई गई यह भी एक जांच का विषय है अगर जांच हुई तो ग्राम सभा तेजवापुर में कईयों लाख रुपए का घोटाला उजागर होगा लेकिन कौन करेगा जांच जब एक शिकायत पर  अधिकारी  प्रधान श्री लेते लेते हैं चंद पैसे तो कैसे होगी पूर्ण जांच ऐसा ही एक मामला ब्लाक पर सेंडी के  न्याय पंचायत गोरिया जाल के ग्राम सभा मेवाराम रामनगर में आए जांच करने एडीओ पंचायत परसेंडी  ने  वहां की मौजूदा प्रधान नसरीन बानो से कहा कि तुम्हारे यहां जांच करने हैं कहा कि करो  जिस पर चंद पैसों की मांग करते हुए प्रधान के द्वारा  पैसा ना देने पर के मना करने पर कार्रवाई की रुआब दिखाते हुए  धमकाते हुए वापस चले गए  इस तरीके के अधिकारी जब चंद पैसे लेने पर मजबूर करते हैं प्रधान ओ को  तो इसकी जांच कौन करें  जो निष्पक्ष जांच हो सके  प्रधान हो या अधिकारी  जिसके खिलाफ कार्रवाई हो सके  नहीं करता कोई कार्रवाई ऐसे ही प्रधान सरकार की नीतियों को आगे नहीं पीछे से खींचते हैं की किसी भी तरीके से छवि खराब होनी चाहिए जो लोगों के दिलों दिमाग में संदेश पहुंचे की इस सरकार में कोई कार्य नहीं होता ना कोई सक्षम अधिकारी से जांच होती जो दूध का दूध पानी का पानी कर सके कार्य की जांच का मामला अगर पूरी ग्राम सभा की बात छोड़कर केवल तेजवापुर ग्राम सभा में  इंटरलॉकिंग की गुरु सहाय पुत्र रामसेवक के मकान से सुरेंद्र पुत्र कन्हैयालाल के मकान तक लगी इंटरलॉकिंग की जांच करवा ली जाए पूरी ग्राम सभा नहीं ब्लाक की हकीकत सामने आ जाएगी यह सारे कार्य बिना अधिकारी के मिले संभव नहीं होते  है लिए जांच के आदेश जरूर देने चाहिए कोई भी अगर खबर की जानकारी किसी पोर्टल पर लिखी जाती है तो अधिकारी पैसा वसूलने के चक्कर में कार्यवाही नहीं करते पैसा वसूलने का बन गया एक तरीका यह भी एक जांच का बड़ा विषय है सफाई कर्मी कोई आता ही नहीं जबकि दो दो सफाई कर्मी तैनात है कौन बनाता है पैरोल कैसे निकलता है वेतन इस विषय पर एडीओ पंचायत से बात किया तो बताया की पैरोल प्रधान बनाते हैं प्रधान से जब बात नहीं हुई तो फोन बंद मिला इस पर डीपीआरओ सीतापुर से बात की गई जिस पर उन्होंने बताया कि मैं एडीओ पंचायत बेहटा से बात करता हूं फिर बताता हूं दुबारा फोन नहीं उठा जबकि सफाई कर्मी लगे हैं अधिकारियों के बंगले पर चमचेगिरी में गांव में कौन सफाई करें केवल माननीय ही झाड़ू हाथ में लेकर स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत करते हैं और स्वच्छ भारत अभियान के सपने को साकार करने में तन मन से सहयोग करते हैं लेकिन सफाई कर्मी अपने घर में मस्त रहते हैं किस बात की लेते तनख्वाह यह भी एक जांच का विषय है कौन बनाता पैरोल बिना कार्य किए का यह भी एक जांच का विषय है कैसे इंटरलॉकिंग का अपने पिता बनवारी लाल को दे दिया ठेका यह भी एक जांच का विषय है प्रधान अखिलेश ने अपने पिता  को कैसे दिया  टेंडर इंटरलॉकिंग का कार्य यह  भी एक जांच का विषय है घोर अपराध है जब घर का ही सदस्य करवाएगा कार्य तो प्रधान के कार्य को कौन कहेगा अच्छा या बुरा इसी का उदाहरण जब 2014 मे लोकसभा के चुनाव में जीती भाजपा की महिला सांसद रेखा वर्मा ने अपने घर के सदस्य को बनाया था प्रतिनिधि तो माननीय प्रधानमंत्री जी ने 24 घंटे के अंदर निर्देश दिए थे कि कोई भी अपना घर का प्रतिनिधि नहीं बना सकता है जिस पर सांसद ने तुरंत अपना प्रतिनिधि हटाकर  दूसरे को प्रतिनिधि बनाया था  क्या वह कथन 2014 का प्रधान लोग भूल गए जो अपने ही घर वालों की बात दूर रही अपने पिता बनवारीलाल को दे दिया ठेका इंटरलॉकिंग का ठेका दे दिया कौन कहेगा अच्छा या बुरा यह भी एक जांच का विषय है माननीय मुख्यमंत्री जी को DM महोदय सीतापुर को निर्देशित करते हुए एक टीम बनवाकर हर ब्लॉक में  चाहे प्रधानमंत्री आवास हो चाहे स्वच्छ भारत के अभियान में  बनाए गए  शौचालयों या ग्राम सभा के  अन्य  कार्य हो   जब तक हर ब्लॉकों की जैसे परसेंडी ब्लॉक सांडा ब्लॉक बेहटा ब्लॉक लहरपुर ब्लॉक हरगांव ब्लाक एलिया  सीतापुर के इत्यादि ब्लॉकों की एक-एक ग्राम सभा की निष्पक्ष जांच नहीं होगी तब तकघूसखोरी बंद नहीं होगी अन्यथा सरकार चाहे जितनी चौपाल लगा ले चाहे जो कुछ करें लेकिन प्रधानों की दलाली नहीं रुक पाएगी कोई भी पत्रकार लिखता है तो कोई भी अधिकारी गंभीरता से नहीं लेता क्योंकि सबके पास पहुंचता होगा पैसा किस अधिकारी का नाम लिखा जाए यह भी एक सोचने का विषय है ब्यूरो

Wednesday 27 June 2018

प्रधानमंत्री के सफाई अभियान को पलीता कर रहे सफाई कर्मी

ब्यूरो ज्ञानेंद्र पांडे संवाददाता सीतापुर 27 जून 2018 जिला सीतापुर  के ब्लाक बेहटा के ग्राम सभा तेजवापुर का मामला रिपोर्टर ज्ञानेंद्र पांडे ग्राम सभा में दो दो सफाई कर्मी लेकिन सफाई का नामोनिशान नहीं नालियां बजबजा रही हैं गंदगी से जबकि सफाई कर्मी रामचंद्र निवासी रमवापुर व दूसरी एक महिला है कैसे निकलता है इन सफाई कर्मियों का वेतन कौन बनाता है मास्टर रोल इस विषय पर जब बात किया एडीओ पंचायत बेहटा से पूछा कि मास्टर रोल प्रधान अखिलेश जी बनाते हैं की आपसे पास होता है एडीओ पंचायत ने बताया की प्रधान के द्वारा मास्टर रोल बनाकर सफाई कर्मी की तनख्वाह सुनिश्चित की जाती है लेकिन इस विषय पर फिर डीपीआरओ सीतापुर से जानकारी चाहा तो बताया कि एडीओ पंचायत बेहटा से बात करता हूं सोचने का विषय है की जब माननीय प्रधानमंत्री जी खुद झाड़ू हाथ में लेकर सफाई अभियान की शुरूआत करते हैं व माननीय मुख्यमंत्री जी खुद झाड़ू हाथ में लेकर स्वच्छ भारत अभियान में हिस्सा लेते हैं व यूपी सरकार के मंत्रीगण भी सफाई अभियान में हिस्सा लेते हैं तो क्यों ग्रामसभा तेजवापुर में ब्लाक बेहटा मैं क्यों दो-दो सफाई कर्मी तैनात हैं फिर भी नालियां पूर्ण बनी नहीं है अगर बनी हैं तो गंदगी से बजबजा रही फिर भी सालों से कैसे निकलता है सफाई कर्मी का वेतन कौन बनाता मास्टर रोल जो निकलता है वेतन ऐसे लोगों पर सरकार जब तक शिकंजा नहीं करेगी कब तक माननीय लोग झाड़ू लगाएंगे लेकिन सफाई कर्मी घर बैठकर तनख्वाह लेते रहेंगे और सरकार को चूना लगाते रहेंगे ऐसे सफाई कर्मियों को तत्काल बर्खास्त कर आराम करने का मौका देना चाहिए ब्यूरो

Sunday 24 June 2018

प्रभाकर चौधरी बने सीतापुर के नए पुलिस अधीक्षक

प्रभाकर चौधरी बने सीतापुर पुलिस अधीक्षक  आनन्द कुलकर्णी का हुआ तबादला
कम उम्र और दिखने में मासूम। साधारण लिबास। एकदम स्टूडेंट टाइप अंदाज में एक युवक  पीठ पर बैग लटकाए दोपहर करीब ढाई बजे यूपी के कानपुर देहात एसपी के बंगले में दाखिल होता है। स्टेनों के बारे में पूछने पर एक सिपाही हाथ से संबंधित कमरे की तरफ जाने का इशारा कर देता है। युवक ने पहुंचते ही स्टेनो से कहा ..जरा एसपी का सीयूजी नंबर दीजिए। यह सुनते ही  स्टेनो के माथे पर सिलवटें पड़ गईं और बोले आप कौन होते हो सीयूजी सिम लेने वाले। इस पर युवक ने हंसकर कहा-मैं प्रभाकर चौधरी। इतना सुनते ही स्टेनो के चेहरे पर हवाइयां उड़ने लगीं और झट से हाथ ऊपर कर सैल्यूट मारते हुए कहा..ससससररररर... सॉरी सर। हमें अंदाजा न था कि आप इतने सादे अंदाज में चले आएंगे चार्ज लेने। हम तो सोचे थे कि आपके आने की सूचना पर हम गाड़ी भेजकर  रिसीव करेंगे। आपने तो सर सरप्राइज कर दिया।

इस पर आईपीएस ने कहा-हमारा यही अंदाज है। बात हो रही 2010 बैच के आईपीएस प्रभाकर चौधरी की। शासन ने हाल में कुछ आईपीएस अफसरों के ट्रांसफर किए तो प्रभाकर चौधरी को बलिया से कानपुर देहात का एसपी बनाकर भेजा गया। उन्होंने कानपुर देहात एसपी का पद संभालने के अपने अनोखे अंदाज से सबको चौंका दिया।

लखनऊ से रोडवेज बस से आए कानपुर

आईपीएस प्रभाकर चौधरी का परिवार लखनऊ में रहता है। जब शासन ने कानपुर देहात जिले के एसपी का चार्ज लेने का निर्देश दिया तो वे बुधवार को लखनऊ से रोडवेज की बस में बैठकर चल दिए। दिन में करीब पौने दो बजे कानपुर रोडवेज पर उतरे और बिना मातहतों को फोन कर सरकारी वाहन बुलाए ही टेंपो से एसपी बंगले की ओर चल दिए। जब बिना किसी तामझाम के एसपी के सीधे बंगले में पहुंचने की खबर मिली तो सभी सिपाही अलर्ट हो गए।

परीक्षा लेकर थानेदारों की तैनाती से चर्चा में आ चुके हैं प्रभाकर

प्रभाकर चौधरी अपने युवापन के चलते पुलिस महकमे में नए प्रयोग भी करने के लिए जाने जाते हैं। देवरिया में बतौर एसपी पोस्टिंग के दौरान उन्होंने जोड़-जुगाड़ की जगह योग्य थानेदारों की तैनाती का सिस्टम तैयार किया। इसके लिए दारोगाओं की परीक्षा ली जाती थी। मेरिट के आधार पर थाने बंटते थे। किसी नेता विधायक या मंत्री की कोई सिफारिश नहीं चलती थी। जिससे थानों से जनता को काफी हद तक न्याय मिलने लगा।

Friday 22 June 2018

सरकार के स्वच्छ भारत सपने में लगा पलीता

ब्यूरो न्यूज़ 30 मई 2018 संवाददाता ज्ञानेंद्र पांडे जनपद के खुले में शौच मुक्त करने की कवायद सरकारी कागजों पर तेज आंधियों की तरह दौड़ रही है लेकिन धरातल पर इज्जत घरों के निर्माण में बड़ी धांधली होने के मामले बराबर सामने आ रहे हैं उदाहरण जब ओडीएफ गांव ब्लाक हरगांव के न्याय पंचायत जलालीपुर की ग्राम सभा राही मौजूदा प्रधान रेशमा देवी पत्नी श्री कृष्ण से जब बात की गई तो बताया कुछ समय पूर्व पति श्री कृष्ण की मृत्यु हो चुकी है तो काम कौन करवाएं किस ने ले रखी ग्रामसभा की जिम्मेदारी काम करवाने की यह भी एक गंभीर मामला है क्योंकि ग्राम सभा ओडीएफ में लगी है जांच यह अति आवश्यक जांच का विषय है
कैसे साकार हो स्वच्छ भारत अभियान के तहत माननीय प्रधानमंत्री जी का सपना जब ओडीएफ  मे लगे ग्राम सभा की यह स्थिति  जिला सीतापुर विकासखंड हरगांव न्याय पंचायत जलालीपुर की ग्राम सभा राही मौजूदा प्रधान रेशमा देवी पत्नी श्री केशन जबकि ओडीएफ में लगी ग्राम सभा मे आज तक बने लगभग 40 शौचालय जो कुल शौचालय पीला ईटा से बनाए गए जिसका उदाहरण ज्यादातर शौचालय मैं  किया गया बालू का इस्तेमाल पीला ईटा नहीं खुद पूरे गड्ढे ज्यादातर शौचालय अधूरे पड़े ओडीएफ मे लगे गांव की आबादी लगभग 1500  फिर भी शौचालय की यथा स्थिति सही नहीं पाई गई लोग सोच को बाहर जाने के लिए मजबूर क्योंकि पेवर बालू व पीला  ईटा इस्तेमाल किया गया जिसका उदाहरण पूर्व माध्यमिक विद्यालय राही मैं बन रही शौचालय मे लगाया जा रहा पिला ईट लाभार्थी सरवन पुत्र गया प्रसाद रमेश शुक्ला पुत्र विशुन दयाल दीपू पुत्र गया प्रसाद प्रमोद पुत्र सूर्य प्रसाद रामकुमार पुत्र सूर्य प्रसाद इनके शौचालय के टैंक भी नहीं बनाए गए पुतान पुत्र रामस्वरूप निवासी ग्राम राही कोई भी शौचालय मानक में नहीं बनाया गया खूब हुई धन की उगाही क्या माननीय प्रधानमंत्री जी युवा मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के सपनों की धनराशि को जिले के अधिकारी व कर्मचारी हालात तो यहां तक बिगड़ गए हैं अधिकारी सफाई कर्मचारियों से सफाई का काम नहीं लेकर नगद वसूलीरहे हैं स्वच्छ भारत अभियान केवल दिखावा साबित हो रहा है और स्वच्छ भारत अभियान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं देखा जाए तो स्वच्छ भारत अभियान शुरू हुए 4 साल हो गए लेकिन स्थिति आज भी वही है शौचालय बने लेकिन उसमें लकड़ियां भरी हैं क्योंकि वह लकड़ी भरने वाले ही हैं क्या यह जांच का विषय नहीं है जबकि ओडीएफ में लगा है गांव नालियों मेगंदगी का अंबार नहीं आता स्वच्छ भारत मिशन को  लगा रहे पलीता सफाई कर्मी  गांव के लोगों ने सफाई कर्मी विमलेश कुमार से कहा क्यों नहीं आते हो तो उसने कहां मैं तुम्हारे गांव में नहीं आऊंगा  जब घर बैठे पैसा मिलता है तो आने से क्या फायदा इससे जाहिर होता है प्रधान की मिलीभगत से सफाई कर्मी का निकलता वेतन क्या यह जबकि गांव में नालियों की गंदगी से लोग परेशान हैं गंदगी से परिस्थिति का सामना करना पड़ रहा है क्या यह जांच का विषय नहीं है �� ब्यूरो

Thursday 21 June 2018

चौकी इंचार्ज ने खुद डाली मंदिर की स्लेब

ब्रेकिंग न्यूज़  संवाददाता सीतापुर  रिपोर्टर ज्ञानेंद्र पांडे  जिला सीतापुर तहसील लहरपुर कोतवाली लहरपुर की चौकी भदफर मैं SI चौकी इंचार्ज भदफर धनंजय कुमार सिंह ने 21 मई 2018 को शिव पार्वती मंदिर की न्यू पूजन  प्रधान खातूना  पत्नी इस्माइल  के द्वारा  करवाया  था  दिवाले पूरी हो जाने पर भदफर चौकी इंचार्ज ने गांव वालों के सहयोग से खुद अपने हाथों से सिलेब का मसाला बनाया खुद हाथों में तसले में भरकर मसाला मंदिर की छत पर पहुंचाया और खुद अपने हाथों से  कन्नी लेकर के  छत के मसाले को बराबर किया यह बहुत ही सराहनीय कार्य है उनके साथ में सैकड़ों की संख्या में नवयुवक व बुजुर्ग लोग थे SI धनंजय सिंह के साथ में सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित रहे ग्राम सभा क्षेत्र में इस पुण्य कार्य की जगह-जगह सराहना हो रही है लोगों का कहना है कि ऐसा चौकी इंचार्ज भदफर में कभी कोई आया ही नहीं  था सन 1986 में जब इस शिव पार्वती मंदिर को बनवाया था 1986 में चौकी इंचार्ज रहे धर्मवीर सिंह मलिक  व  थाना अध्यक्ष लहरपुर चौथीराम जी ने बनवाया था उस मंदिर का पुनः जीर्णोद्धार मई 2018 में पुलिस चौकी इंचार्ज भदफर धनंजय सिंह ने दोबारा जर्जर इमारत को तुड़वा कर पुनः अपने हाथों से ईटों की सफाई करते हुए खुद अपने हाथों से मसाला बनाकर 19 जून 2018 को शिव पार्वती मंदिर के स्थान पर पहुंचते ही सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित हो गए सिलिप पढ़ने का कार्य प्रारंभ हो गया इसकी जानकारी मिलते ही S न्यूज़ चैनल सीतापुर की टीम  मौके पर  पहुंची  रिपोर्टर ज्ञानेंद्र पांडे टीम के साथ  जब पहुंचे को शिव पार्वती मंदिर के पास सैकड़ों की संख्या में उपस्थित लोग वहां के लोगों से जब बात किया तो  बताया SI धनंजय सिंह के विषय में जानना चाहा तो वहां के लोगों ने  बताया जगदीश प्रसाद त्रिवेदी कल्लू शुक्ला  अंबेश मिश्रा  कामेश त्रिवेदी जयशंकर मिश्रा  हरि महारा  कैलाश नाथ द्विवेदी  पिंटू मिश्रा  इंद्रजीत भार्गव  इत्यादि सैकड़ों की काफी संख्या में एकत्रित लोगों का कहना था कि मेरी भदफर चौकी पर ऐसा चौकी इंचार्ज कोई आया ही नहीं जो हम लोगों के साथ में फावड़ा लेकर मसाले को बना करके जलजला ती धूप में खड़े होकर डलवाई स्लैब और खुद लेबरों की तरीके से  क्या काम  जो अति सराहनीय है लोगों का कहना है कि ऐसा चौकी इंचार्ज  कभी आया ही नहीं अपराध तो बिल्कुल रुक ही गया  बाकी हजारों लोगों का  आत्मविश्वास  जीत लिया क्षेत्र वासियों का कहना है  की ऐसे चौकी इंचार्ज को सम्मानित करना चाहिए किसी सम्मान से नवाजा जाए और सम्मान दिया जाए ऐसा ही एक नजारा कोतवाली लहरपुर में देखने को मिला जब क्षेत्राधिकारी लहरपुर अखंड प्रताप सिंह ने अपराधियों को कोतवाली में आमंत्रित कर उन को शपथ दिलाई अपराध छोड़कर अच्छे कार्यों को करें अपराध करना बहुत गलत बात है उनकी बातों को सुनकर वहां मौजूद अपराधियों ने अपराधियों ने अपराध न करने की शपथ ली इस चीज की भी चर्चाएं जगह-जगह अभी हो रही है कि ऐसा क्षेत्राधिकारी भी कोई नहीं आया जो इस तरीके का महान कार्य करें ना तो कोई ऐसा भदफर  चौकी इंचार्ज आया जो अपराधियों पर अंकुश लगाते हुए समस्त ग्रामीणों के साथ में मंदिर में अपना योगदान करते हुए लोगों के साथ में मंदिर को बनाने में अपने हाथों से कार्य किया हूं इस चीज की भी चर्चा बहुत तेजी से क्षेत्र में हो रही है की माननीय मुख्यमंत्री जी को ऐसे क्षेत्राधिकारी लहरपुर अखंड प्रताप सिंह व चौकी प्रभारी भदफर धनंजय सिंह पर को सनम्मानित किया जाए ऐसा क्षेत्र वासियों का कहना है ब्यूरो

दो ट्रकों की भिड़ंत में एक कि मौत

S न्यूज़ संवाददाता ज्ञानेंद्र पांडे जिला सीतापुर के तहसील लहरपुर के ब्लॉक सकरन सांडा अमावा थाना तालगांव का मामला 8 जून 2018 को गणेश प्रसाद शुक्ला पुत्र स्वामी दयाल शुक्ला निवासी ग्राम अमावा ने अपने इकलौते पुत्र दीपक सुकला उम्र 22 वर्ष को काम करने के वास्ते लखनऊ त्रिभुवन रोड कैरियर ट्रांसपोर्ट कांटेक्ट एवं कमीशन एजेंट खादरी बिलाल मार्केट फॉरेस्ट कैरियर सीतापुर रोड लखनऊ में काम करने पर लगवा दिया लेकिन ट्रांसपोर्ट कंपनी वालों ने 15 जून 2018 को डीसीएम गाड़ी नंबर यूपी 33 ए टी  4959 गाड़ी पर माल लोड करवा कर दीपक पुत्र गणेश प्रसाद को खलासी बनाकर अज्ञात ड्राइवर के साथ  बिहार के लिए भेज दिया बिहार से पटना आया पटना से कृष्णा ट्रेडिंग कंपनी मीठापुर सब्जी मंडी पटना से सादिक अली एंड कंपनी महेवा सब्जी मंडी गोरखपुर के लिए मैक्रोनी लादकर  पटना से गोरखपुर जा रहा था की  थाना परसरामपुर पुलिस चौकी घघवा के पास जब पहुंचा तू आगे  चल रहे ट्रक यूपी 53 सिटी 0 155 ने एक का एक गाड़ी रोक दी जिससे पीछे से आ रही डीसीएम यूपी 43 ए टी  4959 की जोरदार टक्कर हुई जिसमें खलासी दीपक कुमार शुक्ला पुत्र गणेश प्रसाद शुक्ला निवासी ग्राम अमावा ब्लाक सकरन सांडा थाना तालगांव तहसील लहरपुर जिला सीतापुर की मौके पर ही मौत हो गई जब ट्रांसपोर्ट वालों से कहां गया तो जवाब दिया कि मैं क्या कर सकता हूं कुछ नहीं  कोई नहीं पहुंचा सहायता के लिए जबकि परिवार की दयनीय स्थिति बहुत खराब है नहीं मिली दो पैसे की मदद ना ट्रांसपोर्ट कंपनी से ना सरकार से कैसे कटेगी जिंदगी जग कमाने वाला इकलौता पुत्र दीपक ही था ब्यूरो